- 22 Posts
- 112 Comments
बाबा राम देव जी आप के कल के व्यक्तव्य से मुझे नई सोंच मिली कि संसद में बैठा प्रत्येकं सांसद चोर हत्यारा व सभी प्रकार के गलत कामों में लीन होता है ! वाह बाबा आप धन्य हैं, महान हैं !
संसद के लिए आप के विचार यदि सत्य हैं तो मुझे प्रत्येक व्यक्ति के लिए इसी प्रकार से सोचने के लिए विवश कर रहे हैं !
लेकिन ज्यादा तर लोगों की सोंच होती है कि संसद भवन पूरे हिन्दुस्तान की नीव होती है और वहाँ के प्रत्येक सदस्य को भेजने का काम जनता ही करती है क्या जनता चोरों को वहाँ पर भेज रही है !
आये दिन इस प्रकार के समाचार आते रहते हैं की भगवा चोले वाले बाबा ने मासूम की बलि दी , मंदिर में मूर्ति चोरी , लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह कर ठगी की , नाबालिक से बलात्कार आदि कार्य बाबा द्वारा किये जाते हैं तो क्या लोगों को सभी भगवा चोला वाले बाबा को बलात्कारी बाबा कहना ठीक होगा ?
आपको समाचार पत्रों और मीडिया में छाने का शौख है तो और भी रस्ते हैं योग से आप लगातार मीडिया में बने रहते थे खोखो कबड्डी खेल कर जब तब आप मीडिया में आप आहि जाते हैं तो अब आपको पूरे हिन्दुस्तान को गली देकर मीडिया में आने का काम मत करिये !
मैं मानता हूँ की मीडिया में आने के लिए सभी लोग नए नए तरीके अपनाते रहते हैं कोई आमरण अनसन पर तो कोई सांकेतिक पर बैठ कर जस प्राप्त कर रहा है !
अभी सेना प्रमुख भी कोई नया रास्ता सोंच रहे होंगे , वह व्यक्ति जो पूरे हिन्दुस्तान की सबसे महत्व पूर्ण पद पर है वह ही कहता है की हमारे पास गोला बारूद कुछ नहीं है , हौसला देखना है तो सरहद पर जाकर देखो सेना प्रमुख जी – वहाँ पर जवान बिना गोला बारूद के ही दुश्मन का सामना कर अपने देश की रक्षा करने में अपने प्राण न्योछावर कर देता है पर दुश्मन को यह महसूस नहीं होने देता कि हमारे पास क्या है क्या नहीं !
बाबा जी इतिहास देखना है तो आपको बतादूँ कि अनसन और बेबसी को लेकर कटोरी देवी लगातार 35 सालों तक सरकार और समाज के खिलाफ विधान सभा के सामने बैठ कर अपने हक कि लड़ाई लडती रही लेकिन उसके विषय में न आपने न अन्ना ने मालूम किया न प्रयास करेंगे !
आपसभी को सिर्फ और सिर्फ सुर्खी चाहिए और कुछ नहीं ……
बाबा आप और अन्ना दोनों लोगों के अनसन में कोई न आये सिर्फ दो लोग ही रहे तो दूसरे दिन बिना बताये हुए दोनों लोग गायब हो जायेंगे और अपने घर पहुँच जाएँगे क्यों कि आपको जन समुदाय भी दिखाना चाहिए !
नेता को चाहिए भीड़ और आप दोनों को भी भीड़ तो अंतर क्या है बाबा जी ?
बाबाजी गरीबों के हक के लिए लड़ना है तो पहले आप भी गरीब बनिए फिर गरीबों के हक के लिए लड़िये समझ में आयेगा कि लडाई क्या होती है !
चन्द्रजीत 9453410000
Read Comments